भारत के लिए अगले रविचंद्रन अश्विन बनेंगे वॉशिंगटन सुंदर! टीम इंडिया के पूर्व कोच ने किया बड़ा दावा | Greg Chappell statement on washington sundar test cricket future

Washington Sundar: भारत के स्टार ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर ने इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया था. ऐसे में भारत के पूर्व कोच ने सुंदर को लेकर बड़ा दावा किया है.
Washington Sundar: 25 साल के युवा स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया. चार टेस्ट मैचों में उन्होंने 284 रन बनाए और 7 विकेट लिए. खास तौर पर लॉर्ड्स टेस्ट की दूसरी पारी में चार इंग्लिश बल्लेबाजों को आउट करने और मैनचेस्टर टेस्ट में नंबर 5 पर बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 101 रनों की शानदार पारी खेलकर उन्होंने सबका ध्यान खींचा.
वॉशिंगटन सुंदर ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में अपनी ऑलराउंड क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया. उनकी बल्लेबाजी में स्थिरता और गेंदबाजी में धार ने न केवल भारतीय प्रशंसकों का दिल जीता बल्कि क्रिकेट के दिग्गजों का भी ध्यान खींचा. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और भारत के पूर्व कोच ग्रेग चैपल ने उनकी तारीफ में एक कॉलम लिखा. उन्होंने कहा कि अगर सुंदर भारत के प्रमुख ऑलराउंडर के रूप में अपनी जगह पक्की न करें, तो यह हैरानी की बात होगी.
ग्रेग चैपल ने की वॉशिंगटन सुंदर की तारीफ
चैपल ने अपने कॉलम में लिखा, “मुझे आश्चर्य होगा अगर वॉशिंगटन सुंदर भारत के प्रमुख ऑलराउंडर के रूप में स्थापित नहीं होते. मुझे उम्मीद है कि वह 50 से ज्यादा टेस्ट मैच खेलेंगे.”
सुंदर का अब तक का टेस्ट करियर
वॉशिंगटन सुंदर ने जनवरी 2021 में ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था. तब से अब तक उन्होंने 13 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें 32 विकेट लिए और 752 रन बनाए. उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी का संतुलन उन्हें भारतीय टीम के लिए एक अहम खिलाड़ी बनाता है. खास तौर पर उनकी स्पिन गेंदबाजी और निचले क्रम में उपयोगी रन बनाने की क्षमता ने उन्हें रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गज की कतार में ला खड़ा किया है.
चैपल ने की सिराज की भी तारीफ
वॉशिंगटन सुंदर के अलावा ग्रेग चैपल ने भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज की भी जमकर तारीफ की. चैपल ने लिखा, “छह हफ्तों में पांच टेस्ट मैचों में 185 ओवर गेंदबाजी करना शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से बहुत मुश्किल है. जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में सिराज ने जिस तरह गेंदबाजी की, वह वीरता की मिसाल है.”