‘भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए वोटों की चोरी’, कर्नाटक के बाद अब महाराष्ट्र CEO ने राहुल गांधी से मांगा शपथ पत्र | Maharashtra CEO seeks affidavit from Rahul Gandhi on allegations of manipulation of voter list

कांग्रेस नेता राहुल गाधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महाराष्ट्र औऱ कर्नाटक चुनावों में वोट चोरी होने के गंभीर आरोप लगाए हैं. राहुल गांधी के आरोंपों पर अब चुनाव आयोग (EC) की प्रतिक्रिया सामने आई है. चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से अपने आरोपों को लेकर शपथ पत्र की मांग की है.
कांग्रेस नेता राहुल गाधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महाराष्ट्र औऱ कर्नाटक चुनावों में वोट चोरी होने के गंभीर आरोप लगाए हैं. राहुल गांधी के आरोंपों पर अब चुनाव आयोग (EC) की प्रतिक्रिया सामने आई है. चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से अपने आरोपों को लेकर शपथ पत्र की मांग की है.
राहुल गांधी के आरोप भ्रामक
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी का आरोपों को भ्रामक बताते हुए महाराष्ट्र के चीफ इलेक्शन ऑफिसर ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर शपथ पत्र की मांग की है. इससे पहले कर्नाटक के सीईओ ने राहुल गांधी से शपथ पत्र देने की मांग की थी. उत्तर प्रदेश सीईओ ने बताया कि राहुल गांधी ने जिस आदित्य श्रीवास्तव और विशाल सिंह का नाम अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में लिया था और कहा था कि वे यूपी और बैंगलोर दोनों जगह मतदाता हैं. इस पर आयोग ने कहा कि दोनों के एपिक नंबर की जांच हुई है, दोनों का नाम सिर्फ बैंगलोर की महादेवपुरा विधानसभा में ही रजिस्टर्ड है, और उत्तर प्रदेश में उनका नाम नहीं है.
Chapters on the lives and sacrifices of Field Marshal Sam Manekshaw, Brigadier Mohammad Usman, and Major Somnath Sharma have been added to the NCERT syllabus in this academic year, in Class VIII (Urdu), Class VII (Urdu), and Class VIII (English), respectively.
The newly…
— ANI (@ANI) August 7, 2025
बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए वोटर लिस्ट में हेरफेर
गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक की एक विधानसभा क्षेत्र का डेटा सामने रखते हुए आरोप लगाया था कि वोटर लिस्ट में हेरफेर करते वोट चोरी का यह मॉडल कई निर्वाचन क्षेत्रों में लागू किया गया है ताकि बीजेपी को फायदा मिल सके. राहुल गांधी ने कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा की वोटर लिस्ट के आंकड़ों को दिखाते हुए इसमें धांधली का दावा किया था.
सबूत जुटाने में लगे 6 महीने
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें धांधली के सबूत जुटाने में 6 महीने का समय लगा. उन्होंने दावा किया कि चुनाव आयोग वोटर लिस्ट्स को मशीन रीडेबल डेटा इसलिए नहीं दे रहा है ताकि ये सब पकड़ा ना जा सके.